देहरादून: जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में ड्यूटी पर रहते हुए अपने पद से लापता जवान को सेना में शहीद घोषित कर दिया गया है, लेकिन जवान की पत्नी इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। पत्नी का कहना है कि वह केवल ड्यूटी पर है। अन्यथा, जवान की पत्नी ने अपने पति के शव को सेना को सौंपने की मांग की है।
आपको बता दें कि eight जनवरी यानि पिछले 6 महीने से देहरादून के अम्बीवाला में रहने वाले हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी को भारतीय शहीद का दर्जा दिया गया है, लेकिन राजेंद्र सिंह नेगी के परिवार को अभी भी उम्मीद है कि राजेंद्र सिंह नेगी वापस लौट आएंगे।
राजेंद्र नेगी लापता मामले पर नैनीताल-उधमसिंह नगर से सांसद और रक्षा समिति के सदस्य अजय भट्ट का कहना है कि सेना ने राजेंद्र सिंह नेगी को नियमों के तहत शहीद माना है, क्योंकि सेना के नियमों के तहत कुछ समय के लिए लापता होने के बाद, जवान यह मान लिया गया है … लेकिन अब सेना को यह कहना चाहिए कि उसने क्या कहा।